रिडिंग मूड क्या है ?
- आर्टिकल अधिक समय के लिए पढ़ना हो ।
- मोबाइल पर कोई विडियो गेम, फिचर ( फिल्म = Movie) देखना हो ।
- कोई फोटो या डिजाइन बनाना हो।
- या टकटकी लगाकर स्क्रीन पर कोई और काम करना हो।
कुल मिलाकर देखें तो यह हमारी आँखों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए है। इस विकल्प को पढ़ने वाला भाव भी कहा जा सकता है जो कि हिन्दी अनुवाद है reading mood का है। चुकिं यह मूड हमारी आँखों को सुरक्षा प्रदान करता है इसलिए इसे आई केयर के नाम से भी जाना जाता है । यह हमारी आँखों को कैसे सुरक्षित रखता है इसे वैज्ञानिक तरीके से समझते हैं।
यह कैसे काम करता है ?
क्या आपको पता है कि रिडिंग मूड हम सब की आँखों को कैसे सुरक्षित रखता है। हमें बस यह पता है कि यह हमारी आँखों को सुरक्षा प्रदान करता है पर वास्तविक कारण नहीं पता है ; तो चलिए जानते हैं। जब हम रिडिंग मूड एक्टिवेट करते हैं तो हम यह देखते हैं कि मोबाईल के डिस्प्ले से निकलने वाली रोशनी का रंग लाल - पीला जैसा प्रतीत होता है। अगर कम शब्दों में यह कहा जाए तो लाल - पीले रंग के प्रकाश से हमारी आँखों में चूभन बहुत कम होती है क्योंकि इनकी तरंगदैर्धय बड़ी और आवृति कम होती है जिसकी वजह से यह फैलती अधिक है जबकि श्वेत प्रकाश की तरंगदैर्ध्य कम और आवृत्ति सभी प्रकाशीय रंगो से अधिक होती है ; इसलिए श्वेत प्रकाश ज्यादा नहीं फैलते हैं परिणामस्वरूप ये आँखों में चूभन तथा दबाव पैदा करते हैं। यही कारण है कि हमारी आँखों पर लोड बढ़ जाता है और हम मानसिक रूप से थके हुए महसूस करने लगते हैं। इससे स्पष्ट है कि हम जितनी ही कम आवृति तथा बड़ी तरंगदैर्ध्य के प्रकाश को देखेंगे तो हम अधिक से अधिक समय तक मोबाईल फोन का इस्तेमाल कर सकते हैं। यही कारण है कि अक्षरों को काले रंग में लिखा है। इसकी सम्पूर्ण जानकारी विस्तार से पढ़ने के लिए निचे दिया आर्टिकल आप पढ़ सकते हैं।
किताबों में अक्षरो को काले रंग में क्यों लिखा जाता है ?
इसे चालू कैसे करें ?
परिक्षण ( Testing..)
जब सुबह या शाम का वक्त होता है तो हम सूर्य का रंग लालिमा लिए हुए नारंगी तथा पीलापन के प्रकाश की अधिकता होती है और इन दोनों समयों में हम सूर्य को अधिक से अधिक समय तक देखें तो भी हमारी आँखों में कोई चूभन नही होती है जबकि अगर इसी सूर्य को दोपर के समय देखना चाहें तो हमारी आँखें 1 सेकेंड भी नहीं ठहर सकती हैं क्योंकि प्रकाश में श्वेत ( सफेद = white ) रंग की आवृति आधिक और तरंगदैर्ध्य सबसे कम होती है। जिसकी वजह से ऐसा होता है।
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