Best option Strategy
इसको हम चार भागों में डिवाइड करते हैं जो निम्नलिखित है -
- अनुशासन (Discipline)
- पैसा प्रतिबंधित करना (Money Management)
- जोखिम और ईनाम ( Risk and Reward )
- केवल एक व्यवस्था (Only one Setup)
चलिए इन चारों के बारे में एक-एक करके विस्तार से जानते हैं-
1.अनुशासन (Discipline)
अनुशासन का मतलब यहां पर यह है कि हमें कितना ट्रेड लेना है ,एक ट्रेड लेना है या 2 ट्रेड लेना है या फिर तीन ट्रेड एक दिन के अंदर में। उदाहरण के तौर पर मान लीजिए हम यह तय करते हैं कि हमें दिन भर में सिर्फ एक ट्रेड लेना है चाहे कुछ भी हो जाए और फिर एक ट्रेड लेने के बाद हमें दूसरा ट्रेड नहीं लेना है तो यह हो गई एक अनुशासन वाली बात और इसी चीज को हमें डेली फॉलो करना है यानी की रोज इसी को हमें दोहराना है।
2.पैसा प्रतिबंधित करना (Money Management)
पैसा प्रबंध करना यानी कि मनी मैनेजमेंट यह एक ऐसा व्यवस्था या नियम है जिसके इस्तेमाल से हम अपनी जो कमाई है वह पूरी तरीके से डूबने से बचा सकते हैं और यह एक बहुत ही जरूरी है अगर मनी मैनेजमेंट हम नहीं करते हैं तो हमारा सार का सारा पैसा डूब सकता है चाहे वह लाखों में हो करोड़ों में हो या फिर अर्बों में हो, तो इसलिए मनी मैनेजमेंट यानी कि पैसा प्रबंध करना बहुत ही जरूरी है तो इसको कैसे करें चलिए आगे जानते हैं ।
मनी मैनेजमेंट करने का सबसे आसान तरीका यह है कि आप अपने दिमाग में या अपने दिल में सोचिए कि आपको कितना पैसा नुकसान होता है तो आपको कोई दुख या तकलीफ ना हो जैसे मान लीजिए मैं सोच रहा हूं कि मुझे दिन भर में अगर 200 नुकसान हो जाता है तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला यानी कि मेरी जो भी दिनचर्या है इससे प्रभावित नहीं पड़ेगी।
अगर इसके उल्टा में 500 से 1000 डूबा दूँ तो मुझे हो सकता है कोई मानसिक तकलीफ हो सकती है क्योंकि यह मेरे सहनशीलता से बाहर है । इसलिए यह डिस्टर्ब करेगा कि हमने इतना पैसा कैसे खो दिया और हम कोई काम भी करेंगे तो हमें उसमें मन नहीं लगेगा और हम परेशान हो जाएंगे और जितने भी ट्रेड लेंगे वह ऐसे ही बिना नियम या फिर बिना सोचे समझे ऐसे ट्रेड लेते जाएंगे और ऐसे करके हम अपना सारा का सारा पैसा डूबा सकते हैं तो इसलिए जितना आप सहन कर सके उतना ही पैसा आप लूज करने के लिए तैयार रहिए एक दिन में ।
जितना आपने सोचा है उतना पैसा डूबते ही तुरंत अपना स्क्रीन बंद करिए यानी कि अपना ट्रेड बंद कर दीजिए कोई भी ट्रेड मत लीजिए। यह एक सिंपल तरीका है ज्यादा डिटेल में जाने की जरूरत नहीं क्योंकि दिल जो कहता है वह आपके लिए सही हो सकता है क्योंकि अगर आपका दिल दिमाग सही रहेगा तो आप सही से कोई भी काम कर सकते हैं तो इसी तरीके से आपका भी कुछ हो सकता है कि आप 1000 रुपये नुकसान हो तो आपको कोई दिक्कत ना हो सकता है कोई 1 लाख लॉस ले तो भी इसको कोई डिस्टर्ब ना हो यानी कि सबका कैपेसिटी अलग-अलग होती है।
तो अपने हिसाब से आप निश्चित करिए कि मैं एक दिन में कितना लॉस करूं तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है यानी कि एक महीने तक अगर मैं एक हजार लॉस कर रहा हूं तो 30000 लॉस हो तो भी मुझे कोई दिक्कत ना हो ऐसा आप मैनेजमेंट करें सोचें तब उसके हिसाब से ही अपना मनी मैनेजमेंट करें और इसी तरीके से डेली आप फॉलो करें तो आपकी ट्रेडिंग जर्नी यानी कि जो ट्रेडिंग की यात्रा है बहुत ही आराम से चलेगी और आप इसको लंबे अवधि तक कर सकते हैं और इसमें सफलता पा सकते हैं ।
तो कुल मिलाकर कहें तो मनी मैनेजमेंट का मतलब यह है कि आप अपनी ट्रेडिंग को लगातार कर पायें उसी पैसे से जो आपके पास है जैसे आपके पास दस हजार रूपये है तो आप इसको ऐसे मैनेज करें कि कम से कम तीस दिन यानी एक महिने चल सके । और आपको पता है कि आपको रोज ना तो घाटा हो सकता है और ना ही रोज फायदा हो सकता है ।
3.जोखिम और ईनाम ( Risk and Reward)
जोखिम और इनाम को अगर बारीकी से देखा जाए तो यह भी एक मनी मैनेजमेंट यानी कि पैसा प्रबंध करने का ही एक दूसरा रूप है जो की बेहद खास है इसमें हम यह जानेंगे कि किस तरीके से हम जोखिम और इनाम का रेशियो यानी कि अनुपात रखें जिससे कि हमें ओवर ऑल यानी कि हमारा जितना भी ट्रेड हुआ है वह करने के बाद हम प्रॉफिट टेबल हो यानी कि हम लाभ में ही होने चाहिए ऐसा हमें रिस्क और रिवॉर्ड में अनुपात स्थापित करना है।
जैसे मान लीजिए हम टोटल 10 ट्रेड ले रहे हैं 10 ट्रेड में से ऐसा तो हो नहीं सकता कि दसों के दसों ट्रेड हमारे लॉस में हो यानी की हमें 10 ट्रेड में नुकसान हो ऐसा हो नहीं सकता । मान लीजिए हमें 10 मे से 7 ट्रेड में हमें नुकसान हो रहा है ठीक और 3 में हमें फायदा हो रहा है तो हमें ऐसा कैलकुलेशन करना है कि यह जो तीन ट्रेड में फायदा हो रहा है इन सातों ट्रेडों में जो नुकसान हुआ उसकी पूरी भरपाई हो जाए और हमारा प्लस में भी आ जाए यानि कि हमें कुछ लाभ भी प्राप्त हो तो ऐसे हमें गुणा- गणित करके इसका अनुपात बनाना है तो चलिए इसको समझ लेते हैं।
उदाहरण : माना हमें सातो ट्रेड में 350₹ के हिसाब से 350× 7 = 2450 ₹ ( ट्रेडिंग चार्ज सहित) नुकसान होता है ठीक है। अब हमें तीन ट्रेडों में ही फायदा हो रहा है तो प्रत्येक ट्रेड में कितना फायदा हो कि सातों ट्रेडों का नुकसान भी खत्म हो जाये और कुछ फायदा भी बच जाए। अगर हम प्रत्येक ट्रेड में 900 ₹ का फायदा पाते हैं तो
900×3= 2700,
लाभ = 2700 - 2450 = 250 ₹
तो इस हिसाब से रिस्क और रिवॉर्ड = 350 : 900 = 35 : 90
रिस्क - रिवॉर्ड अनुपात = 1 : 2.5
अगर फायदा और बढ़ाकर 1000₹ कर दिया जाए तो रिस्क-रिवॉर्ड अनुपात = 350 : 1000
रिस्क - रिवॉर्ड अनुपात = 1 : 2.85
लाभ = 3000 - 2450 = 550
अगर फायदा और बढ़ाकर 1400₹ कर दिया जाए तो
रिस्क - रिवॉर्ड अनुपात = 1 : 4
लाभ = 4200 - 2450 = 750
नोट: यह एट द मनी पर ही ऐसा होने की संभावना ज्यादा होती है। एक बात और 1:4 अनुपात से ज्यादा की आस न रखें नहीं तो यह अनुपात 1:1 से भी कम हो सकता है जिसका मतलब साफ है घाटा ही घाटा होगा।
4.केवल एक व्यवस्था (Only one Setup)
हमें एक सेटअप बनाना चाहिए और सिर्फ उसी सेटअप में काम करना चाहिए क्योंकि जिस सेटअप पर हमें विश्वास हो या फिर जिस सेटअप पर हमने काम किया हुआ है और उसकी अच्छी तरीके से समझ हो चुकी है तो सिर्फ उसी सेटअप पर हमें काम करना है डेली ऐसा नहीं की किसी दिन कोई सेट अप तो किसी दिन कोई और सेटअप तो ऐसे करने से हमारी ट्रेडिंग बेकार हो जाएगी और हमारा पैसा समय सबकुछ बेकार हो जाएगा तो इसलिए सिर्फ एक ऐसा सेट अप खोजिए जो आपको सूटेबल हो यानी कि सूट करता है और जब सेटअप चार्ट पर बने तभी आप ट्रेड लीजिए वरना मत लीजिए।
निचे कुछ विशेष सेटअप दिए जा रहें हैं >>
- बुलिश पोल एंड प्लेग
- बियरिश पोल एंड प्लैग
- ब्रेकाउट
- ब्रेकाडाउन
1.बुलिश पोल एंड फ्लैग
बुलिश पोल एंड फ्लैग किसी सीधे झंडे 🚩के आकार का होता है ।
जब इस तरह का पैटर्न चार्ट पर बनता है मार्केट यहां से ऊपर जाने के लिए तैयार हो रहा है । चित्र को देखिए >
2.बियरिश पोल एंड फ्लैग
बियरिश पोल एंड प्लैग बुलिश वाले का ऊर्जा होता है।यह चार्ट जब बनता है तो मार्केट में मंदी आने का संकेत मिल जाता है।
हमने केवल स्ट्रेटजी के बारे में बात की है इस आर्टिकल में इसके बाद अगले पोस्ट में हम डिटेल में बात करेंगे जो अलग-अलग सेटअप है उसके बारे में । यहां पर फिलहाल हमने यह बात करी है कि कैसे हमें क्या करना चाहिए जो की चार स्टेप में हमने बताया हुआ है इसकी इस आर्टिकल में तो आपको क्या लगता है इस आर्टिकल के बारे में कमेंट करके जरूर बताएं या फिर कोई सवाल हो तो आप हमें कमेंट के माध्यम से जरूर पूछे धन्यवाद। By-" www.possibilityplus.in "
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