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आँखें हमारे दिलोदिमाग का दर्पण (आईना) होती हैं। जब हम कुछ देखते हैं तो उसकी तस्वीर हमारे दिमाग ( मस्तिष्क ) में बनने लगती है और इसके बाद यह तय होता है कि अब दिल पर इसका प्रभाव कैसा होगा । जैसी तस्वीर वैसा ही मन या दिल का मिजाज तय ह…
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