Everything is possible solution in mathematics गणित के द्वारा समझिए कैसे सबकुछ संभव है

हर परिस्थिति में हर काम संभव है | Everything is possible in any situation. 

आज हम इस आर्टिकल में गणित के आधार पर यह जानेंगे कि क्या - क्या संभव है और कैसे जब हमें लगे कि हम अब कैसे क्या करें यानी जब हमें यह लगे या सारी दुनियाँ कहने लगे कि अब कोई उपाय या रास्ता नहीं है तब भी अनेकों रास्ते होते हैं हमारे पास जिसमें से हमारे लिए कुछ रास्ते ऐसे होते हैं जो हमें उस परिस्थिति से निकाल सकते हैं ।




याद रखीए ( Remember ) : चाहे कोई भी परिस्थिति ही क्यों ना हो या एकदम यह लगे कि अब कोई उम्मीद नहीं है तब भी कुछ न कुछ संभव परिस्थितियों होती हैं जो उम्मीद बन सकती है चाहे हमारे देखने में निरर्थक ही क्यों ना लगे । 



 दरअसल ये बातें हमें इसलिए पहले जान लेना चाहिए क्योंकि पहले से हम इन सबके बारें में जानेंगे तो हमें कोई भी काम करने में आसानी होगी। 

हम जानते हैं कि गणित को विज्ञान की जननी यानी माता कहा जाता है। दरअसल गणित को विज्ञान की जननी इसलिए कहा जाता है क्योंकि गणित की सहायता से हम विज्ञान ही नहीं बल्कि लगभग हर प्रकार के कार्य को आसान बना सकते हैं और इसीलिए गणित सभी विषयों में सबसे महत्वपूर्ण स्थान रखती है।

 गणित के माध्यम से हम कुछ जाने इससे पहले हमें कुछ विशेष तर्क की आवश्यकता है जिससे हमें सबसे पहले जानने की आवश्यकता होगी। तो चलिए आगे जानते हैं >>


किसी भी संख्या से कोई भी संख्या प्राप्त कर सकते हैं 

           जी हाँ हम दुनियाँ की किसी भी संख्या से कोई भी संख्या प्राप्त कर सकते हैं। यह हम गणित की किसी भी संक्रिया द्वारा कर सकते हैं। लेकिन  हम यहाँ पर गणित की मुख्य संक्रियों ( जोड़ - घटाना, गुणा - भाग ) का उदाहरण देखेंगे क्योंकि इन संक्रियों के बारे में सभी लोग जानते हैं।तो देर किस बात है चलिए देखते हैं।



जोड़ द्वारा 

 चलिए मान लेते हैं हम एक ऐसी संख्या लेते हैं जिसको हमें चारों संक्रियों द्वारा प्राप्त करना है तभी तो यह पता लगेगा कि हाँ कोई भी संख्या हम किसी संख्या से प्राप्त कर सकते हैं और वह संख्या हम मानने वाले हैं 1.

तो चलिए 1 को हम विभिन्न संख्याओं द्वारा प्राप्त करते हैं।


जीरो द्वारा 1 प्राप्त करना 

   अगर हम जीरो से 1 प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे पास कोई ऐसा व्यवहारिक उपयोग देखने को तब नहीं मिलेगा जब हम यह मान लेते हैं कि जीरो में कोई भी मान नहीं होता है पर ऐसा नहीं है क्योंकि अगर जीरो में कोई मान नहीं है तब तो हम जीरो से उपर कैसे जा सकते हैं?
हमारे कहने का मतलब यह है कि अगर जीरो में हम कोई मान नहीं मानेंगे तो हम इसे सभी संख्याओं के साथ उपयोग में नहीं ले सकते हैं और जीरो का इन सभी संख्याओं के साथ कोई संबंध भी नहीं होगा। और जब जीरो का बाकी सभी संख्याओं के साथ संबंध नहीं होगा तब तो हम जीरो से आगे कोई क्रिया नहीं कर सकते हैं। देखिए अगर जीरो मे कोई मान नहीं होता तो क्या होता -
  1. जीरो का किसी भी संख्या के साथ उपयोग नहीं किया जा सकता। 
  2. अगर कोई कार हो जो रुकी है यानी जीरो गति से गतिमान तो वह जीरो से आगे बढ़ ही नहीं पाती यानी जो रुका है वह हमेशा रूका ही रहता और जो गति में होती वह हमेशा गति में ही रहती। 
  3. जीरो का संबंध सभी संख्याओं के साथ नहीं होता तो अनंत शब्द का कोई अस्तित्व ही नहीं होता।
  4. अगर किसी पेड़ पर पहले फल नहीं है तो बाद में भी कोई फल नहीं होना चाहिए क्योंकि जीरो से एक - दो या कोई अन्य संख्या प्राप्त ही नहीं होती है अगर ऐसा माने तो ऐसा ही होगा। 
  5. कोई भी नया काम नहीं होता और ना ही समय का कोई मतलब होता।। 

चलिए अब हम जीरो की सहायता से 1 प्राप्त कर करते हैं। यह वह तरिका है जो समझना एकदम आसान बना देगा। इसकी सबसे खास बात यह है कि यह जोड़ - घटाना या गुणा - भाग सभी से 1 को प्राप्त किया जा जा सकता है वो भी जीरो के द्वारा। जैसे - 
  1. जीरो में क्या जोड़ा जाए कि 1 प्राप्त हो जाए
  2. जीरो में से क्या घटाया जाए कि 1 प्राप्त हो जाए
  3. जीरो में किसका गुणा किया जाए कि 1 प्राप्त हो जाए
  4. जीरो में किसकी भाग की जाए कि 1 प्राप्त हो जाए 

1.जीरो में  क्या जोड़े की 1 प्राप्त हो जाए 

 जीरो में अगर 1जोड़ा जाए तो 1 प्राप्त हो जायेगा। देखिए 

0 + 1 = 1

यहाँ पर यह सवाल इतना आसान है कि कोई नर्सरी का बच्चा भी इसे समझ जायेगा। पर जब बात आती है कि जीरो में किस संख्या का गुणा किया जाए कि मान 1 हो जाए तो बच्चा क्या अच्छे खासे टीचर भी सोचने पर मजबूर हो जायेंगे और इस पर विश्वास करने में संकोच करेगें पर इसको समझने के लिए हमारे पास बहुत सरल उदाहरणों का रेला है। चलिए अब घटाने के माध्यम से यही मान निकालते हैं। 




2.जीरो में से क्या घटाया जाए की 1 प्राप्त हो जाए 
   
   जीरो में से - 1 घटाएगे
 तो 1 प्राप्त हो जायेगा, उदाहरण देखिए -
0 - ( - 1 ) = 0 + 1 = 1.

इसी तरह अब देखते हैं गुणा के द्वारा हम 1 कैसे प्राप्त करते हैं।


3.जीरो में किसका गुणा किया जाए की 1 प्राप्त हो जाए
     
जीरो में किस संख्या का गुणा करें कि 1 प्राप्त हो जाए। ऐसा करने के लिए हमें जोड़ और गुणा के संबंध के बारे में हमें जानना होगा। गुणा, जोड़ को तेज बनाने का एक तरिका है जो जोड़ को आसान और तेज बना देता है।
 उदाहरण देखिए -
1 + 1 +1 + 1 +1 +1 +2 +2 इसको हम इस तरह लिख सकते हैं -    6( 1 ) + 2 ( 2 ) = 6 + 4 = 10.

तो जो मान हम जोड़ के प्राप्त कर सकते हैं वही मान हम गुणा से भी प्राप्त कर रहे हैं। इसलिए हमने जीरो में एक जोड़कर 1 जिस तरह से प्राप्त किया है बिल्कुल उसी तरह से हम जीरो अनंत का गुणा करके प्राप्त कर सकते हैं।
उदाहरण देखिए -
0 × ( 1/0) = 1.

इसके लिए हमने विडियो भी बनाई है.





4.जीरो में किसकी भाग की जाए की 1 प्राप्त हो जाए
  
जीरो में किस संख्या की भाग करें कि 1 मान प्राप्त हो जाए इसको हम ऐसे लिख सकते हैं -
0 ÷ x = 1 माना x से 0 में भाग करेंग तो 1 प्राप्त होगा । 
तब  x =  0, ऊपर वाले समीकरण में हम x = 0 रखने पर
0 ÷ 0 = 1,

अतः स्पष्ट है कि 0÷0 = 1, होता है ।
बिल्कुल इसी तरह से जीरो ही नहीं बल्कि किसी भी संख्या से कोई भी संख्या प्राप्त किया जा सकता है क्योंकि हर संख्या एकदूसरे से संबंधित ( कनेक्टेड ) है। इसी तरह हम असल जिंदगी में कोई भी काम कर सकते हैं पर वह शर्त ढूंढना है जिसमें वह काम किया जा सकता है। शर्त के अनुसार अगर आप या हम काम को करते हैं तो वह काम हो जाता है।
जब किसी भी संख्या से कोई भी संख्या प्राप्त की जा सकती है तो किसी भी परिस्थिति से किसी और परिस्थिती में क्यों नहीं जाया जा सकता है। बिल्कुल जाया जा सकता है बस हमें क्या करना चाहिए उसके अनुसार काम करना होगा तभी संभव है वर्ना रखा हुआ खाना खाना भी संभव नहीं हो सकता है जब तक हम हाथ से उठाकर ना खाएँ।



गणित का व्यवहारिक जीवन में उपयोग 

हम सब जानते हैं कि गणित विषय का हमारे व्यवहारिक जीवन में कितना उपयोग होता है पर असल उपयोग तो हम कर ही नहीं पाते या फिर करते ही नहीं। जैसे गणित में किसी भी संख्या से कोई भी संख्या प्राप्त की जा सकती है बिल्कुल उसी तरह से हम चाहे किसी भी परिस्थिति में ही क्यों ना हो उससे बाहर निकलने के लिए हमारे पास कोई न कोई रास्ता होता ही है चाहे वह बेहद मुश्किल ही क्यों न हो। 
जैसे माना हम बहुत बुरी तरह से धन दौलत से बर्बाद हो चुके हों और हमारे पास जीरो बैंक बैलेंस हो गया है तब भी हम फिर से धनी हो सकते हैं। अब हम सब यह बात जानते हैं कि अमीर या धनी होने की क्या शर्त है - 
1.मेहनत और
2.कड़ी लगन

अब बात आती है कि हम किसी भी कंडिशन में भी अमीर होना चाहते हैं तो हो सकते हैं क्या ? 
तो इसका जवाब है कि जो शर्त निकलकर आती है अगर हम पुरा करते हैं तो बेसक अमीर हो सकते हैं। अमीर होने के लिए सबसे पहले एक जबरदस्त माईंडसेट की आवश्यकता होती है। अगर आप को विश्वास न हो तो आप इंटरनेट पर यह सर्च करके देख लो ऐसे ऐसे लोग अमीर हैं जिन्हें देखकर आपको विश्वास ही नहीं होगा कि ये लोग महिने के लाखों में कमा रहे हैं और कुछ तो करोड़ों में भी कमा रहे हैं । इनमें से बहुत लोग बहुत कम उम्र के हैं। ये लोग अमीर होने से पहले कैसे थे और क्या करते थे इसके बारे में जानो, सब समझ में आ जायेगा ।


जैसे गणित में यह मैटर नहीं करता है कि कौन सी संख्या है उससे कौन सा मान या संख्या प्राप्त करना है बिल्कुल इसी तरह आप कौन हैं और कहाँ से हैं ये सब  मैटर नहीं करेगा बस आपका हौसला बुलंद होना चाहिए और सब कुछ मिलता जायेगा।

 उदाहरण ( Example ) 

माना समीकरण Y = X2

में अगर हम Y = 0,1,2, 3,4,5,6.........अनंत कोई भी मान प्राप्त करना चाहते हैं तो प्राप्त कर सकते हैं। कोई भी मतलब कोई भी चाहे वह प्लस ( +  ) में हो या माईनस ( -  ) हो । अगर X = 1 रखेंगे तो Y = 1
और यदि  X = 2  तो Y = 4 होगा ।अगर हम Y = 100 प्राप्त करना चाहते हैं तो क्या करना होगा। Y = 100 प्राप्त करने के लिए हमें X = 10 रखना होगा  । इसी तरह हम Y के लिए मनचाहा मान प्राप्त कर सकते हैं बस हमे X =? क्या मान रखना है यह पता करके रखना होगा । बिल्कुल इसी तरह हम अपने जींदगी में भी क्या बना चाहते हैं उसके लिए आवश्यक शर्त को पुरा करने की आवश्यकता है  ।ऊपर दिया गया समीकरण वह सब बता सकता है जिसको जानने की हम इच्छा रखते हैं।  जैसे - कभी-कभी कुछ समय के लिए नेगेटिव करना भी हमारे लिए पोजीटीव फल देता है । जैसे - ऊपर दिए गए समीकरण में अगर हम कोई भी मान माईनस ( -  ) में रखें तो भी Y का मान पोजीटीव में ही आयेगा । उदाहरण के लिए X = - 1 रखने पर Y = + 1 ही आयेगा । यही नहीं X = - 1, - 2, - 3, - 4, - 5,......
सभी मान रखने पर Y के पद में धन यानी पोजीटीव ही आयेगें ।

जो लोग अपने व्यहवार इस समीकरण की तरह बना लेते हैं तो वह नेगेटिविटी हो तो भी पोजीटीव ही फल मिलता है । और इसी तरह के लोगों को देखकर यह कहते हैं कि उसकी नसीब बहुत अच्छी है  । उसकी नसीब इसलिए अच्छी है क्योंकि उसने अपना माईंडसेट ही ऐसा बना रखा है कि कोई नेगेटिविटी भी के कुछ नहीं कर पाती है ।
 

एक बात और है कि हर चीज हमारे सोच के अनुसार नहीं हो पाती है क्योंकि हम शर्त के अनुसार कोई भी काम करते हैं पर कुछ शर्त पुरी नहीं हो पाती है जिससे हम मनचाहा फल समय के अनुसार नहीं पाते हैं । लेकिन अगर दोबारा या बार - बार प्रयास करके सभी शर्तों को पुरा कर देते हैं तो वह फल अवश्य ही पा सकते हैं। 


तो आपको यह पोस्ट कैसी लगी हमें अपनी राय और सवालों को भी कमेंट करके पूछ सकते हैं । 
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